हाथी
के साथी
മിലാനി എന്ന വായനക്കാരന് പിട്ടാര മാഗസിനില് എഴുതിയ സംഭവവിവരണം. മനുഷ്യനില്ലാതെപോയ 'മനുഷ്യത്വം' എന്തെന്ന് ആനകള് കാട്ടിക്കൊടുത്തതിന്റെ ഈ വിവരണം നമ്മെ ലജ്ജിപ്പിക്കുകയും പിന്നെ ചിന്തിപ്പിക്കുകയും ചെയ്യും,തീര്ച്ച!
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आशय:
भारी
मात्रा में जंगल की कटाई
पशु-पक्षियों
की भूखमरी एवं बेघर हो जाने
की वजह बन जाती है।
सहायक
सामग्री:
सी.डी.
दृश्य
-
जानवरों
की लाश पर भी अत्याचार ,
पशु-पक्षियों
पर होनेवाले अत्याचार पर
आधारित कोई रपट ,स्लाइड
। वर्तमानकालिक क्रियाओं
का चार्ट या स्लाइड
|
रपट
के प्रस्तुतीकरण के साथ कक्षा
शुरू करें -
फरीदाबाद: 10 मई : बंदर के भय से सेक्टर-21 सी. में महिला ने दो मंजिले मकान से छलाँग लगा दी। जिससे उसके चेहरे व नाक की हड्डियाँ टूट गईं । गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना से सेक्टरवासी बंदरों से खौफजदा है। इससे पहले भी यहाँ अनेक हादसे हो चुके हैं। बंदरों के आतंक से निजाद पाने के लिए स्थानीय लोग शिकायत करेंगे। बंदरों को पकड़ने में निगम को नाकाम बताते हुए लोगों ने अब निगमायुक्त से बंदरों को मारने की अनुमति लेने का फैसला किया है ताकि इस समस्या से खुद निपटा जा सके।
(खौफ: भय, निजाद: रक्षा)
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?
महिला
ने दुमंजिले मकान से क्यों
छलाँग लगा दी?
?
नगर
में बंदरों का आतंक क्यों हो
रहा है?
?
स्थानीय
लोगों ने किसकी अनुमति लेने
का प्रयास किया है?
क्या
यह उचित है?
उत्तर
बताने का अवसर दें।
- भारी मात्रा में जंगल की कटाई से जानवरों के बेघर हो जाना, प्रकृति का असंतुलन होना आदि समस्याएँ आ जाती हैं।इस ओर संकेत करते हुए मिलानी की घटना "हाथी के साथी" पढ़ें।
अगला अंतर - (खबर मिलते ही.....उसे सताना नहीं छोड़ा।)
? हाथी की लाश से गाँववालों का व्यवहार कैसा था? ? अपने साथी की लाश को हाथियों ने कैसे दफनाया? ? हाथी के मामले में नियमपालक उसके वंचक बन गए हैं। यह कहाँ तक सही है? ? अगर गाँववालों की जगह आप होते तो हाथी की लाश से कैसा व्यवहार करते? हाथी के बेघर होने में मानव समाज का असंगतिपूर्ण विकास कहाँ तक जिम्मेदार है? टिप्पणी तैयार करें। ? मनुष्य जंगल की कटाई क्यों करते हैं? ? इससे जंगली जानवरों की कैसी हालत होती है? ? जंगली जानवरों के बेघर होने से मानव को क्या नुकसान होता है? ? इसपर मानव की जिम्मेदारी कहाँ तक है? |
- लेखन प्रक्रिया